LAC पर 10 हजार अतिरिक्त जवान, सेला टनल का उद्घाटन, धीरे-धीरे चीन का पेच कस रहा भारत
Sela tunnel : क्या चीन के साथ युद्ध होने जा रहा है? यह सवाल इसलिए कि भारत अपने 10 हजार अतिरिक्त सैनिकों को वास्तविक नियंत्रण रेखा जिसे LAC कहा जाता है वहां तैनात करने जा रहा है। ये अतिरिक्त सैनिक तिब्बत से लगने वाले हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड की सीमा पर तैनात होंगे। भारत ने अपनी पश्चिमी सीमा यानी पाकिस्तान की तरफ से हटाकर इन्हें चीन की सीमा पर तैनात करने की मंजूरी दे दी है।
एक ऐसा समय आता है जब आप अपने दुश्मन की फितरत से वाकिफ होने लगते हैं। उसकी हर चाल आपको समझ में आने लगती है। 2020 के गलवान झड़प के बाद भारत को घेरने के लिए चीन की हरकतों ने भारत को जवाबी कदम उठाने के लिए मजबूर कर दिया है। चीन की तरफ से गलवान जैसी हरकत हिमाचल या उत्तराखंड में ना दोहराई जाए इसलिए तिब्बत से लगती। दोनों राज्यों की 532 किलोमीटर लंबी सीमा पर ये जवान तैनात होंगे। यानी सीमा के हर इलाके पर भारतीय सेना की नजर होगी। एक ऐसी ह्यूमन शील्ड जहां चीनीयों को हर तरफ भारतीय जवान मुस्तैद दिखेंगे।
क्या है 5 फिंगर पॉलिसी?
फाइव फिंगर पॉलिसी है के बारे में सुना है आपने? दरअसल चीन तिब्बत को पॉम ..यानी हथेली मानता है और इसकी पांच अंगुलियों लद्दाख, नेपाल, सिक्किम, भूटान और अरुणाचल को वह दक्षिण तिब्बत का हिस्सा मानता है जिसे वह अपने कब्जे में करना चाहता है लेकिन शतरंज के खेल की तरह भारत उसे शह मात दे रहा है। उससे वह तिलमिला गया है। चीन की विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा है कि सीमा पर अतिरिक्त जवानों की तैनाती करने से तनाव कम नहीं होगा।
दुनिया की सबसे लंबी दो लेन की सुरंग
भारत जब भी थोड़ा सा पेंच कसता है तो चीन के विदेश मंत्रालय और उसके भोंपू ग्लोबल टाइम्स की चीखें निकलनी शुरू हो जाती हैं। भारत ने चीन को एक और बड़ा झटका दिया है। इससे उसका दर्द और तेज होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को अरुणाचल प्रदेश के तवांग में सेला सुरंग का उद्घाटन किया। चीनी बॉर्डर के नजदीक यह सुरंग तवांग को हर मौसम में कनेक्टिविटी देगी। 1300 फीट की ऊंचाई पर बनी यह दुनिया की सबसे लंबी दो लेन की सुरंग है।
जमीन से लेकर समुद्र तक चीन को जवाब
चीन की नीयत एवं चालबाजी को जब तक उसी की भाषा में जवाब न दिया जाए तब तक वह समझता नहीं है। पड़ोसियों को आंखे दिखाकर वह अपनी दादागिरी दिखाता रहा है लेकिन अब भारत उसे जमीन से लेकर समुद्र तक माकूल जवाब दे रहा है। जमीन से लेकर समुद्र तक भारत जिस तिरह से अपनी घेरेबंदी बढ़ा रहा है उससे चीन को अपने मेनलैंड से निकलना मुश्किल हो जाएगा।