हैदराबाद सीट पर ओवैसी की मजबूत घेरेबंदी, महिला उम्मीदवार माधवी लता पर BJP का दांव

 

Dr Madhavi Latha: चुनाव है तो उसके नतीजे भी आएंगे। उम्मीदवारों की हार और जीत भी होगी। लोकतंत्र के इस महापर्व में बहुत कुछ ऐसी चीजें भी होंगी जो हमेशा के लिए अपनी एक छाप छोड़ जाएंगी। असदुद्दीन औवैसी हैदराबाद से सांसद हैं लेकिन इस बार इस सीट पर मुकाबला दिलचस्प और रोमांचक हो गया है। ओवैसी को घेरने के लिए भाजपा ने इस बार महिला उम्मीदवार डॉ. माधवी लता पर दांव लगाया है। ओवैसी के खिलाफ टिकट मिलने के बाद माधवी लता सुर्खियों में आ गई हैं। हर कोई जानना चाहता है कि ओवैसी को टक्कर देने के लिए भाजपा ने जिस प्रत्याशी पर दांव लगाया है वह आखिर कौन है तो हम आपको भाजपा की इस महिला प्रत्याशी के बारे में बताते हैं।

कौन हैं डॉ. माधवी लता

डॉ. माधवी विरिंची हॉस्पिटल की चेयरपर्सन हैं। वह सोशल मीडिया पर भी काफी सक्रिय हैं। हिंदुत्व पर उनकी मुखरता और बेबाक बोल ने उनकी एक अलग पहचान गढ़ी है। डॉ. माधवी धार्मिक कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती रही हैं। आपराधिक तत्वों के खिलाफ इनके तेवर और अंदाज से इनकी पहचान एक सशक्त और दबंग महिला की बनी है। खासकर, महिलाओं में इनकी लोकप्रियता बहुत ज्यादा है। माधवी लता भरतनाट्यम डांसर भी हैं। वह सामाजिक कार्य, ट्रस्ट, हेल्थकेयर, शिक्षा के क्षेत्र में भी काम कर रही हैं। माधवी लोपामुद्रा चैरिटेबल ट्रस्ट और लतामा फाउंडेशन की प्रमुख भी हैं। राजनीति शास्त्र में एमए माधवी के हिंदू धर्म पर भाषण लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हैं।

पीएम ने दी शुभकामनाएं

हैदराबाद के दंगों से लेकर अपराध, भ्रष्टाचार और इलाके के पिछड़ेपन को लेकर माधवी जिस तेवर और अंदाज में ओवैसी पर तीखा हमला कर रही हैं, उससे लोगों और सोशल मीडिया में उनकी छवि एक निडर, बेबाक और जुझारू नेता की बनी है। एक टीवी चैनल पर उनकी चर्चा वायरल हुई है। उनकी इस बेबाकीपन की प्रशंसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी की। पीएम ने इस चर्चा को असाधारण बताया। पीएम ने कहा कि आपने बहुत ठोस मुद्दे उठाए हैं, आपने तर्क और जुनून के साथ ऐसा किया है आपको मेरी शुभकामनाएं।

ओवैसी पर फर्जी वोटों से चुनाव जीतने का आरोप

डॉ. माधवी पक्के इरादे और आत्मविश्वास से इतनी लबरेज हैं कि औवैसी उन्हें चुनौती नहीं लग रहे। वह कहती हैं कि AIMIM जिस मिट्टी से बनी है, उसे तोड़ना उनके लिए बहुत आसान है। वह मानकर चल रही हैं कि हैदराबाद से इस बार ओवैसी की छुट्टी होने वाली है। उन्होंने औवैसी पर फर्जी वोटों से चुनाव जीतने का आरोप भी लगाया है। वह कहती हैं कि ओवैसी के पास 6,20,000 वोगस वोट हैं। उन्होंने अपनी जीत और ओवैसी की हार की भविष्यवाणी भी कर दी है। माधवी का दावा है कि औवेसी इस बार डेढ़ लाख वोटों से चुनाव हारेंगे।

हैदराबाद सीट पर 1884 से ओवैसी परिवार का कब्जा

बहरहाल, भाजपा प्रत्याशी के दावे और दलीलें अपनी जगह हैं। हैदराबाद सीट और इसका चुनाव इतिहास तो यही बताता है कि यह सीट एआईएमआईएम का गढ़ है। इस सीट पर सन 1884 से ही ओवैसी परिवार का कब्जा रहा है। असदुद्दीन ओवैसी के पिता सुल्तान सलाउद्दीन ओवैसी 1984 में पहली बार इस सीट से सांसद बने थे। 2004 तक वह सांसद रहे और इसके बाद अब यह सीट असदुद्दीन ओवैसी के पास है। पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने भगवत राव को ओवैसी के खिलाफ उतारा था लेकिन भगवत को ओवैसी से लगभग तीन लाख वोटों से हार झेलनी पड़ी थी। इस बार भाजपा ने महिला उम्मीदवार और हिंदुत्व के चेहरे को उतारकर मुकाबला कड़ा करने की कोशिश की है। अब देखना होगा कि हैदराबाद की जनता 13 मई को बदलाव के लिए वोट करती है या ओवैसी पर ही भरोसा जताती है।