वो बैट्समैन जिन्होंने गेंदबाजी से भी पलटी बाजी, विरोधियों के जबड़े से छीने मैच
Indian Batter in Bowling Performance: टीम इंडिया शुरू से ही अपनी मजबूत बल्लेबाजी के लिए जानी जाती रही है। भारतीय टीम में बल्लेबाजी को लेकर हमेशा इतनी गहराई रही है कि इनके आंकड़े देखकर ही विरोधी टीमों के पसीने छूट जाते हैं। सुनील गावस्कर, रवि शास्त्री, के श्रीकांत, मोहम्मद अजरुद्दीन, सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, वीरेंद्र सहवाग… ये फेहरिश्त काफी लंबी है जिसकी चर्चा हम बाद में करेंगे। हम यहां बात करेंगे उन भारतीय बल्लेबाजों की जिन्होंने अपनी गेंदबाजी के दम पर विरोधियों के मुंह से जीत छीन ली है।
रवि शास्त्री
टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज रवि शास्त्री ने बल्लेबाजी में तो बेजोड़ प्रदर्शन किया है, जिसके बारे में हम सभी जानते हैं। कई मौके ऐसे भी आए हैं जब रवि शास्त्री ने अपनी गेंदबाजी के दम पर भी मुकाबले में उलटफेर किया है और भारतीय टीम के हाथों से निकले मैच में न सिर्फ वापसी करवाई है बल्कि उन्हें जीत भी लिया है। 8 दिसंबर 1991 में रवि शास्त्री ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसी के घर (पर्थ में) मुश्किल परिस्थितियों में 15 रन देकर 5 ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को चलता कर दिया था और अपनी शानदार गेंदबाजी से कंगारुओं के जबड़ों से जीत छीन ली थी।
के श्रीकांत
के श्रीकांत भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज थे। वो इतने धाकड़ बल्लेबाज थे कि विरोधी गेंदबाज उनसे थर-थर कांपते थे। श्रीकांत ने भी अपनी गेंदबाजी से मैच का पासा पलटा है। साल 1988 को दौरे पर आई न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के पहले मैच में वो कीवियों पर अकेले ही भारी पड़े थे। ये मैच विशाखापत्तनम में खेला गया था। इस मुकाबले में श्रीकांत ने 7 ओवर में 27 रन देकर 5 विकेट लिए। उसके बाद बल्लेबाजी में उन्होंने मेजबान आक्रमण की बखिया उधेड़ दी और 87 गेंदों पर 8 चौकों की मदद से 70 रनों की बेहतरीन पारी खेली।
सौरव गांगुली
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली भी इस फेहरिश्त में शामिल हैं। साल 1997 जगह टोरंटो सहारा कप का तीसरा मुकाबला जिसमें टीम इंडिया पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवर में महज 182 रनों पर सिमट गई थी। भारत में मैच देख रहे टीवी के दर्शक टीवी बंद कर सोने चले गए लेकिन इस मुकाबले में दादा ने कमाल की गेंदबाजी की और महज 16 रन देकर 5 विकेट ले लिए और टीम इंडिया ने ये मुकाबला 34 रन से जीत लिया।
सचिन तेंदुलकर
क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर भी इस लिस्ट में शामिल हैं साल 1998 में त्रिकोणीय मुकाबले में ऑस्ट्रेलियाई टीम के सचिन तेंदुलकर ने अपनी गेंदबाजी से मैच पलट दिया था। एक समय ऑस्ट्रेलिया इस मैच में हावी होता नजर आ रहा था लेकिन तभी कप्तान अजहर ने सचिन को मोर्चे पर लगाया और सचिन ने जमे बल्लेबाज माइकल बेवन को आउट किया और कप्तान स्टीव वॉ का विकेट लेकर मैच को रोमांचक बना दिया इसके बाद सचिन ने एक के बाद एक करके 3 और विकेट लेकर मैच को भारत की झोली में डाल दिया था। इस मुकाबले में टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवरों में 5/309 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया था। भारत की ओर से अजय जडेजा ने 105*, अजरुद्दीन 82 रन और ऋषिकेश कानितकर ने 57 रन बनाए थे। सचिन 32 रन देकर 5 विकेट लिए और मैन ऑफ द मैच बने।
अजय जडेजा
साल 1996 के विश्वकप में पाकिस्तान के खिलाफ 25 गेंदों पर 45 रनों की धाकड़ पारी खेलकर वकार यूनिस की बखिया उधेड़ने वाले अजय जडेजा ने साल 1998 में शारजाह में इंग्लैंड के खिलाफ गेंदबाजी से करिश्मा कर दिखाया था। जब मैच पूरी तरह से इंग्लैंड के पाले में जा चुका था तब कप्तान अजहर ने अजय जडेजा को आक्रमण पर लगाया इस मैच में जडेजा ने सधी हुई गेंदबाजी करते हुए एक ओवर में 3 रन देकर 3 अंग्रेज खिलाड़ियों को आउट कर दिया और मैच को भारतीय टीम के पक्ष में मोड़ दिया था।