संसद के दोनों सदनों में राहुल-विपक्ष की हुई खूब ‘धुलाई’, मणिपुर, NEET, भ्रष्टाचार सभी पर बोले PM
PM Modi Parliament Speech 2024: लोकसभा के बाद बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यसभा में थे। मंच बदला था, स्क्रिप्ट बदली हुई थी, लेकिन पीएम के निशाने पर राहुल नहीं गांधी नहीं कांग्रेस और विपक्षी दल थे। तेवर और अंदाज लोकसभा जैसी ही था। पीएम मंगलवार को लोकसभा में 2 धंटा 16 मिनट बोले थे, बुधवार को उनकी स्पीच दो घंटे चार मिनट की थी। पीएम अपने भाषण के आधे घंटे के भीतर ही कांग्रेस को निशाने पर लेना शुरू कर दिया। स्पीच जैसे-जैसे आगे बढ़ी उनका तेवर और भी तल्ख होता गया। ऑटो पायलट और रिमोट पायलट वाली सरकार का जिक्र होते ही कांग्रेस वॉक आउट कर गई। जाहिर है हमला सोनिया गांधी पर था, वह बर्दाश्त कैसे करती।
इस वॉकआउट पर प्रधानमंत्री ने कहा कि झूठ फैलाने वालों की सत्य का सामना करने की ताकत नहीं होती। ये अपर हाउस की महान परंपरा को अपमानित कर रहे हैं। पीएम ने विपक्ष के उन सभी सवालों का जवाब भी दिया जिन पर वे मोदी सरकार को बैकफुट पर लाने की कोशिश कर रहे हैं। पीएम ने सिलसिलेवार ढंग से पेपर लीक, मणिपुर हिंसा, जांच एजेंसियों के दुरुपयोग, आपातकाल और संविधान पर खुलकर बोले।
संदेशखाली सहित बंगाल में महिलाओं की पिटाई पर विपक्ष की चुप्पी पर सवाल खड़ा किया तो भ्रष्टाचार को लेकर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस दोनों को नहीं बख्शा… …उन्होंने साफ-साफ कहा कि कोई भी भ्रष्टाचारी बच नहीं पाएगा, ये मोदी की गारंटी है..चुनाव नतीजों पर कांग्रेस के इजहार पर भी उन्होंने तंज कसा …पीएम ने कहा कि कांग्रेस के लोग भी खुशी में मग्न हैं, लेकिन वह समझ नहीं पा रहे हैं कि इस खुशी का कारण क्या है…
मणिपुर हिंसा…पर पीएम ने कांग्रेस पर सीधा सवाल दागा…उन्होंने कहा कि इन लोगों के नॉर्थ इस्ट को उसके हाल पर छोड़ दिया था …जितना काम उनकी सरकार ने 5 सालों में किया है…उतना करने में इन्हें 20 साल लगते….पीएम ने कहा कि मणिपुर में शांति लौट रही है…स्कूल चल रहे हैं…परीक्षाएं हो रही हैं…दफ्तर खुल रहे हैं….मणिपुर का इतिहास सामाजिक संघर्ष का रहा है….फिर भी उनकी सरकार शांति और सौहार्द लाने के लिए राज्य के साथ मिलकर काम कर रही है…
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर… हुई चर्चा का जवाब पीएम ने अपने अंदाज में दिया है… उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाई हैं…अगले पांच साल की रूपरेखा रखी है..और विपक्ष को बैकफुट पर रखने के लिए उसी के सवालों पर उसे घेरा है…संसद के इस विशेष सत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष का एजेंडा साफ हो चुका है… जाहिर है कि थोड़ा कमजोर हुए सत्ता पक्ष …और थोड़ा मजबूत हुए विपक्ष की तकरार …संसद और सड़क दोनों जगह देखने को मिलेगी…
राहुल गांधी के आरोपों और दावों पर ….प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जवाबों का इतंजार था…वह आज आ भी गया…जवाब भी ऐसा आया कि…पीएम की बातें राहुल गांधी को अपने जीवन भर याद रहेंगी….पीएम ने चुन चुनकर उन पर और कांग्रेस पार्टी पर ….ऐसे तीखे और तीर की तरह भेद देने वाले हमले किए…कि इसका असर राहुल गांधी के चेहरे पर साफ देखा जा सकता था…
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर….धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब …लोकसभा में देते हुए पीएम ने राहुल गांधी का कहीं नाम नहीं लिया…….पीएम चाहते तो उनका नाम या नेता प्रतिपक्ष बुला सकते थे…लेकिन पीएम ने ऐसा नहीं किया…उन्होंने राहुल गांधी के लिए जिस शब्द का इस्तेमाल किया …वह शब्द है बालक बुद्धि..जी हां बालक बुद्धि….भारतीय जनमानस में बालक बुद्धि शब्द का इस्तेमाल …ऐसे बच्चों के लिए किया जाता है…जिनके सोचने-समझने या किसी मुद्दे या गंभीर विषय पर राय अपरिपक्व मानी जाती है…या उसकी बातों को गंभीरता से नहीं लिया जाता…सुन भर लिया जाता है….
राहुल गांधी …नेता प्रतिपक्ष तो बन गए हैं…लेकिन पीएम की नजरों में अभी भी वह अबोध बालक की तरह हैं…जिसकी शोखी और शरारत को कोई गंभीरता से नहीं लेता…तो सवाल यह है कि संसद के इतने महत्वपूर्ण पद पर आसीन होकर भी राहुल… क्या पीएम की नजरों में अबोध बालक ही बने रहेंगे…उन्हें भाजपा गंभीरता से नहीं लेगी….पीएम ने करीब दो घंटे 16 मिनट के अपने संबोधन में …राहुल गांधी को जिस तरह से …और जिस अंदाज में अपने निशाने पर लिया है….वही तेवर भाजपा के अन्य नेताओं का भी हो सकता है.. राहुल गांधी को समझाने के लिए पीएम ने किस्से सुनाए और शोले फिल्म की मौसी का जिक्र भी किया…
नेता प्रतिपक्ष बन जाने के बावजूद ….अपने प्रति पीएम का यह लहजा राहुल गांधी को बुरा भी लगा होगा…वह मन ही मन सोच रहे होंगे सांसद और फिर नेता प्रतिपक्ष बन जाने के बाद भी …पीएम की नजरों में उनके सम्मान में कोई इजाफा नहीं हुआ है… राहुल गांधी को लेकर पीएम ने एक लकीर खींच दी है…आने वाले दिनों में पूरी भाजपा और एनडीए इसी लाइन को फॉलो करेगी …उन पर हमलों की बौछार भी इसी तरह से होगी…