OTT ने बदला एंटरटेनमेंट का अंदाज, टैलेंट को मिला मौका लेकिन अश्लील कंटेंट पर भी सवाल उठे
OTT platform : एंटरटेनमेंट की दुनिया में पिछला दशक किसी उतार-चढ़ाव से कम नहीं रहा है। इस उत्तर-चढ़ाव में सबसे बड़ा योगदान ओटीटी (OTT) या फिर स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म का रहा है। नेटफ्लिक्स, प्राइम वीडियो और डिज्नी+हॉटस्टार जैसी सेवाओं के आगमन के साथ, दर्शकों को देखने के लिए इतने विकल्प मिले कि मानो सुनामी आ गई हो। देशी हो या विदेशी, लगभग हर भाषा के लम्बे लम्बे सीजन वाले वाले शो देखने के आकर्षण से दर्शकों ने खुद को बंधा पाया।
OTT पर बदला स्टोरीटेलिंग का क्राफ्ट
स्ट्रीमिंग प्लेटफार्मों के आगमन ने स्वतंत्र फिल्म निर्माताओं की तो मानो मुंह मांगी मुराद पूरी कर दी। बॉक्स ऑफिस और बाजार के बंधनों से परे जाकर उन्हें स्वतंत्रता मिली कि वे अपनी स्टोरीटेलिंग के क्राफ्ट को अपने ही अंदाज में लोगों तक पंहुचा पाएं। रचनात्मक स्वतंत्रता का स्वाद उन्हें ओटीटी के द्वारा भरपूर मिला।
सुपरस्टार्स की चमक धीमी पड़ी
इसके साथ ही उदय हुआ कंटेंट आधारित शोज का। महानायक और सुपरस्टार की चमक फीकी पड़ने लगी और इन स्ट्रीमिंग प्लेटफार्म ने जन्म दिया उन सितारों को जिनकी प्रतिभा को मुख्य धारा में स्थान नहीं मिल पाया था। पाताल लोक में जयदीप अहलावत हों या फिर खुफिया में वामिका गाबी। और गन्स एंड गुलाब तथा खो गए हम कहां के आदर्श गौरव को कौन भुला सकता है। मिर्जापुर में दिव्येंदु अभिनीत मुन्ना भईया का किरदार रोज-रोज नहीं गढ़ा जाता।
OTT पर अश्लीलता फैलाने का आरोप
हालांकि ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के कंटेंट पर ऑब्सीन होने की तोहमत भी लगाईं जाती रही है। हद से ज्यादा गाली गलौज और यथार्थ दिखाने के नाम पर अश्लीलता परोसने के आरोप भी इन पर लगते रहते हैं। वहीं पंचायत और गुल्लक जैसे सीरीज भी मौजूद हैं जिन्हे सबने बहुत पसंद किया और जो बिलकुल भी हिंसक या अश्लील नहीं हैं।
एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री चौराहे पर खड़ी
फिलहाल एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री एक चौराहे पर खड़ी है जहां एक तरफ बड़े बजट की फिल्मों का भविष्य है, दूसरी तरफ ओटीटी प्लेटफॉर्म्स हैं जिनके पास लाखों करोड़ों दर्शक हैं। यूट्यूब और इंस्टा रील्स के इन्फ्लुएंसर भी कहीं ना कहीं एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के बड़े खिलाडियों को टक्कर दे रहे हैं। टेलीविजन तो एक बड़े तबके के एंटरटेनमेंट का जरिया है ही। ऐसे में ये देखना इंटरेस्टिंग होगा की इस दशक के अंत तक यह एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री किस रूप में ढलेगी और इस विकसित हो रहे इंडस्ट्री की कहानी में और किसका एक नया अध्याय जुड़ने को तैयार है।