जब गॉसिप मैगजीन के निशाने पर आईं नीना गुप्ता, सनसनीखेज इंटरव्यू ने मचा दिया तहलका  

 

Neena Gupta: अस्सी के दशक में मुंबई फिल्म उद्योग ने जैसी अदाकारों की खेप देखी है, वह बहुत विविधता भरी रही है। एक तरफ दक्षिण भारत से श्रीदेवी और जयाप्रदा जैसी  एक से एक खूबसूरत अभिनेत्रियां आ रही थीं तो दूसरी तरफ रेखा पहले से ही वहां मौजूद थीं। वही सलमा आगा, रति अग्निहोत्री, मिनाक्षी शेषाद्रि जैसी अदाकाराओं ने भी अस्सी के दशक के शुरूआती दौर में धूम मचा रखी थी।

समानांतर सिनेमा में अपनी एक अलग छाप छोड़ी

इन सबके बीच एक ऐसी भी अदाकारा आईं जो दिल्ली से थीं, काफी पढ़ी-लिखी, जहीन और यहां तक की राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय से स्नातक भी थीं। साथ-साथ और गांधी जैसी फिल्मों से इन्होने अपनी पहचान बनाई और समानांतर सिनेमा में अपनी एक अलग छाप छोड़ी। इन्हें एक बिंदास और बेबाक अभिनेत्री के रूप में पहचान मिली। और जैसा कि अक्सर होता है एक बिंदास, आजाद ख्याल अदाकारा गॉसिप मैगजीन के निशाने पर रहा करती है। खासकर तब जब वह बिन ब्याही मां बनने का निर्णय लेती है।

पीत पत्रकारिता का दौर शुरू हो चुका था

यह वही दशक था जब गॉसिप मैगजीन परवान चढ़ रहे थे और पीत पत्रकारिता भी अपने कदम जमा चुकी थी। ऐसे में निजी और सार्वजानिक का भेद मिटने लगा था। जिसका सबसे बुरा स्वाद उस वक्त अगर किसी ने चखा था तो थीं नीना गुप्ता! इनके आत्मकथा की मानें तो इन्होंने तय किया था की अपने बच्चे के पिता का नाम जब इन्हें उचित लगेगा तभी जाहिर करेंगी। लेकिन इन्हे तब बहुत बड़ा धक्का लगा जब अपने मित्र के कहने पर इन्होंने एक नामी-गिरामी पत्रकार को इस शर्त पर इंटरव्यू दिया कि वह तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश नहीं करेंगे।

इंटरव्यू को सनसनीखेज बनाकर पेश किया

लेकिन तमाम मूल्यों को धता बताते हुए पत्रकार महोदय ने उस इंटरव्यू को काफी सनसनीखेज बनाकर प्रकाशित किया। और तो और इंटरव्यू के साथ ही उन्होंने नीना गुप्ता कि बेटी जो आज एक नामी गिरामी फैशन डिजाइनर हैं, का जन्म प्रमाणपत्र भी प्रकाशित कर दिया। और इस तरह उन्होंने बिना इजाजत मसाबा के पिता का नाम जगजाहिर कर दिया। बात ये थी की उस वक्त नीना गुप्ता वेस्ट इंडीज के मशहूर क्रिकेटर विवियन रिचर्ड्स के साथ अपने नजदीकियों को लेकर सुर्खियों में रहा करती थीं और कहीं ना कहीं ये सुगबुगाहट थी की मसाबा के पिता वही हैं।

‘आज भी खून खौल उठता है’

लेकिन बिना इजाजत इस बात का खुलासा करने से नीना काफी व्यथित और गुस्से में आ गई थीं। नीना अपनी आत्म कथा में लिखती हैं की उस घटना की याद से आज भी उनका खून खौल उठता है की कोई ऐसा कैसे कर सकता है? उन्होंने लिखा है कि वह जन्म प्रमाणपत्र झूठ बोलकर नगरपालिका से उड़ा लिया गया था और काफी जद्दोजहद के बाद उन्हें वह वापस मिला था।