अयोध्या से दूरी कैसे अटल के लिए बनी संजीवनी

 

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी को याद करने के दो खास मौके हैं। पहला तो यह है कि उनके जीवन पर आधारित फिल्म मैं अटल हूं रिलीज हुई है। जिसमें उनके बचपचन, भाजपा के शुरूआती दौर, प्रधानमंत्री रहते हुए कार्यकाल को समेटा गया है। दूसरी प्रमुख वजह 22 जनवरी को होनी वाली राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा है। असल में अटल बिहारी बाजपेयी का राम मंदिर आंदोलन से गहरा नाता है, वह भाजपा के उन नेताओं में से एक हैं, जो सबसे पहले विश्व हिंदू परिषद के रामजन्म भूमि आंदोलन को भाजपा के घोषणा पत्र में शामिल होने के गवाह रहे हैं। और उनके राजनीति करियर के दौरान ही न केवल बाबरी मस्जिद तोड़ी गई बल्कि भाजपा शून्य से शिखर की ओर बढ़ी।