किसकी लापरवाही से गई बापू की जान,न्यायधीश का खुलासा

 

आज से 76 साल पहले 30 जनवरी 1948 को महात्मा गांधी की हत्या कर नाथूराम गोडसे ने पूरी दुनिया को सकते में डाल दिया। पुलिस ने नाथूराम गोडसे और उनके साथियों को गिरफ्तार कर लिया । और बाद में कोर्ट ने गोडसे और नारायण आप्टे को फाँसी की सज़ा सुनाई। जबकि विष्णु करकरे, मदनलाल पाहवा, शंकर किस्टया, गोपाल गोडसे और दत्तात्रेय परचुरे को आजीवन क़ैद की सज़ा सुनाई गई। लेकिन क्या बापू की हत्या को रोका जा सकता था।