Pandav Nagar : पांडव नगर में ऐसे करीब आईं दो बेसहारा जिंदगियां

 

गरीबी…मुफलिसी…अपने और पराए की पहचान करा देती है…तो कभी-कभी दो इंसानों को करीब लाकर उन्हें एक दूसरे का हमसाया और हमसफर भी बनाती है। पूर्वी दिल्ली के पांडव नगर में हमें भी एक ऐसी ही कहानी मिली…यह कहानी सहरसा की मंजू और गांधी नगर के विनय कुमार अग्रवाल की है।