NEET/NTA साख गई, टैलेंट बेबस अमेरिका-चीन से कब लोगे सबक

 

बच्चों और पैरेंट्स का गुस्सा सुना आपने ,साफ है NTA ने अपनी साख खो दी है, ऐसे में क्या NEET परीक्षा रदद्द हो जानी चाहिए। फौरी तौर पर तो ऐसा कहना मुश्किल है। लेकिन 2015 में AIPMT परीक्षा के समय भी कुछ ऐसा ही हुआ था. लगातार सवाल उठ रहे थे और उस वक्त सुप्रीम कोर्ट आगे आए था. पिछले सात साल से यह सिलसिला थम ही नहीं रहा है और लगातार पेपर लीक के मामले सामने आ रहे है. इनकी गिनती बढ़ती जा रही है। इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दावा किया है कि पिछले 7 साल में 70 पेपर लीक के मामले सामने आए हैं। नंबर जो भी हो लेकिन यह तो साफ है कि परीक्षा संचालन करने वाली एजेंसियां सेफ और सिक्योर परीक्षा देने में फेल हुई है। और इसीलिए अब सवाल उठने लगा है कि भारत के कर्ता-धर्ता सबक क्यों नहीं ले रहे हैं। जबकि उनके पास अमेरिका-चीन जैसे सफल मॉडल सामने हैं। अमेरिका में नीट की तरह ही हर साल 20 लाख बच्चे प्रवेश परीक्षा देते हैं तो चीन में सवा करोड़ से ज्यादा बच्चे प्रवेश परीक्षा देते हैं, उसके बावजूद वहां भारत जैसे पेपर लीक के मामले सामने क्यों नहीं आते हैं…