Loksabha Chunav 2024: सलेमपुर सीट पर आ सकते हैं चौंकाने वाले नतीजे, मौजूदा सांसद से नाराजगी

 

Salempur Loksabha Survey 2024: सलेमपुर ससंदीय क्षेत्र पूर्वी यूपी के अहम संसदीय क्षेत्रों में से एक है. 2019 के नतीजों में बीजेपी के रविंद्र कुशवाहा ने बीएसपी उम्मीदवार आर एस कुशवाहा को एक लाख से अधिक मतों से हरा दिया था. कांग्रेस उम्मीदवार राजेश मिश्रा को महज 27 हजार मतों से संतोष करना पड़ा. आम चुनाव 2024 की तारीखों के ऐलान से पहले इंडिया अड्डा की टीम ने संसदीय क्षेत्र का दौरा किया और लोगों को मूड को समझने की कोशिश की. लोगों से हमने कई सवाल पूछे मसलन मौजूदा सांसद का कामकाज कैसा है. पीएम मोदी और सीएम योगी को किस तरह देखते हैं. क्या अखिलेश यादव का पीडीएस समीकरण कामयाब होगा. क्या 2019 में दूसरे नंबर रहने वाली बीएसपी इस बार कमाल दिखा पाएगी. क्या लोगों का साथ कांग्रेस के हाथ में होगा. हमारी टीम ने जो सवाल किए और जो जवाब मिले उससे अंदाजा लगा सकते हैं कि जनता क्या सोच रही है.

सवाल नंबर 1- यहां के सांसद का कामकाज कितना पसंद है.

जवाब- करीब 35 फीसद लोगों ने कहा कि मौजूदा सांसद के कामकाज से खुश हैं. इसका अर्थ यह है कि करीब 64 लोग उनके कामकाज से खुश नहीं है. ज्यादातर लोगों ने कहा कि सांसद साहब ईंद के चांद हो जाते हैं.

सवाल नंबर 2- क्या बीएसपी ने जब अलग से चुनाव लड़ने का फैसला किया है तो उसका असर क्या होगा.
जवाब- करीब 52 फीसद लोगों ने माना कि अगर इंडिया अलायंस जिसमें बीएसपी भी होती तो बीजेपी की राह आसान नहीं होती. हालांकि 36 फीसद लोगों का कहना था मोदी-योगी की तहर में बीजेपी अपनी सीट एक बार फिर निकाल लेती.

सवाल नंबर 3- अब सवाल यह था कि अगर बीजेपी सीट निकाल लेगी तो क्या मौजूदा सांसद के नाम पर लोग वोट करेंगे.
जवाब- इस सवाल के जवाब में करीब 60 फीसद लोगों ने कहा कि मौजूदा सांसद के नाम पर जीत आसान नहीं होगी. मौजूदा सांसद जी ने कुछ काम तो किए हैं. लेकिन वो अपने वादों के जाल में ही फंस गए.

सवाल नंबर 4- ऐसे में सवाल था कि आखिर बीजेपी की तरफ से कौन सा उम्मीदवार था. दरअसल हमारी टीम जब पूरे इलाके का दौरा कर रही थी तो जगह जगह पर पोस्टर नजर आए जिस पर राजेश सिंह समाजसेवी का जिक्र था. ऐसे में सवाल उन पर भी केंद्रित हुआ.

जवाब- इस सवाल का जवाब कुछ यूं था. करीब 60 फीसद लोगों ने कहा कि राजेश सिंह दयाल पिछले पांच वर्षों से इलाके में सक्रिय हैं. अब पूरा संसदीय क्षेत्र उनके नाम से परिचित है. वो जगह जगह पर समाज के गरीब लोगों के लिए काम भी करते हैं. व्यवहारगत अच्छाइया हैं लिहाजा उसका फायदा उन्हें मिल सकता है.

सवाल नंबर 5- अंतिम सवाल हमार राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से था. इस सवाल को हमारी टीम मे सर्वे के दौरान प्राथमिकता से लोगों से पूछा था.

जवाब- करीब 80 फीसद लोगों ने चाहे वो हिंदू पंथ के किसी भी मत को मानने वाले रहे हों. चाहे अनुसूचित जाति समाज या पिछड़ा वर्ग या अति पिछड़ा वर्ग या सामान्य सबका जवाब एक जैसा था कि यह तो वो काम था जिसे सिर्फ बीजेपी ही कर सकती थी.

बता दें कि सर्वे को दिसंबर के आखिरी हफ्ते में किया गया था. इस सर्वे में कुछ और सवाल पूछे गए थे जिसका जवाब हम अपने अगली रिपोर्ट में देंगे. देश दुनिया के साथ साथ विश्लेषण से भरी खबर पढ़ने के लिए indiaaddanews.com को लॉग इन करें. इसके साथ ही हमारे वीडियोज को देखना ना भूलें.