अयोध्या-काशी-प्रयागराज होंगे सबसे आगे ! टूटेगा दिल्ली-आगरा-जयपुर का वर्चस्व
Ayodhya Kashi Prayagraj New Tourism Triangle: इस समय हर तरफ अयोध्या की ही चर्चा है। और जिस तरह से वहां पर एयरपोर्ट-होटल और दूसरी अहम सुविधाएं तैयार की गई है, उससे अयोध्या पूरी दुनिया के विश्व पटल पर आ गया है। और ऐसे दावे किए जा रहे हैं कि यह हिंदुओं का प्रमुख तीर्थ स्थान बनेगा। असल में जिस तरह अयोध्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं और हर रोज लाखों लोग राम लला के दर्शन कर रहे हैं, उससे ऐसी संभवाना है कि आने वाले समय में अयोध्या में हर साल 5 करोड़ लोग पहुंचेंगे। अगर ऐसा होता है तो अयोध्या-काशी-प्रयागराज एक ऐसा धार्मिक त्रिकोण बन सकता है, जो आने वाले समय में दिल्ली-आगरा-जयपुर त्रिकोण के टूरिज्म सेक्टर में आधिपत्य को तोड़ सकता है।
अयोध्या-काशी-प्रयागराज में कितनी संभावनाएं
अयोध्या के साथ-साथ काशी और प्रयागराज हिंदुओं के ऐसे धार्मिक स्थल हैं, जहां पर श्रद्धालु हमेशा पहुंचते हैं। और इसी संभावना को देखते हुए योगी सरकार अयोध्या-काशी-प्रयागराज को तीर्थ टूरिज्म के रूप में प्रसिद्ध करने पर जोर दे रही है। टूरिज्म विभाग के आंकड़ों के अनुसार दिसंबर 2023 तक काशी में 5.38 करोड़, प्रयागराज में 4.5 करोड़ लोग पहुंच चुके थे। वहीं राम मंदिर उद्घाटन से पहले अयोध्या में 2 करोड़ लोग पहुंच चुके थे। और अब यह 3 करोड़ पार कर जाएगा। यही नहीं प्रयागराज में कुंभ मेले के अवसर पर 8-10 करोड़ लोग पहुंचते हैं। इन तीनों शहरों में एयर-रेल और सड़क कनेक्विटी लगातार बेहतर होने का फायदा दिख रहा है। और जिस तरह केंद्र और राज्य सरकारों का तीर्थ स्थल पर फोकस हैं, ऐसे में पूरी संभावना है कि ये तीन शहर उत्तर प्रदेश को टूरिज्म पटल पर नई पहचान देंगे।
आगरा-दिल्ली-जयपुर में कितने टूरिस्ट
आम तौर पर इंटरनेशनल टूरिस्ट के लिए भारत में टूरिज्म के लिए दिल्ली-आगरा-जयपुर सबसे प्रमुख टूरिस्ट स्पॉट हैं। अगर यहां पर पर्यटकों का हाल देखा जाय तो सितंबर 2023 तक वहां पर करीब 2 करोड़ टूरिस्ट पहुंचे थे। अगर पूरे राजस्थान की बात की जाय तो वहां 2023 के 10 महीने में 13 करोड़ से ज्यादा टूरिस्ट पहुंचे। इसमें बड़ी संख्या में टूरिस्ट जयपुर भी पहुंचे। वहीं दिल्ली में औसतन हर साल 2 करोड़ से ज्यादा टूरिस्ट पहुंचते हैं और देश में आने वाले कुल विदेशी टूरिस्ट में से 40 फीसदी दिल्ली पहुंचते हैं।
इन आंकड़ों से साफ है अयोध्या-काशी-प्रयाग राज एक नए टूरिस्ट स्थल के रूप में उभर चुका है और आने वाले समय में वह तीर्थ स्थलों का एक ऐसा त्रिकोण बन सकता है। जो पूरे प्रदेश ही नहीं देश के टूरिज्म पटल पर सबसे आगे खड़ा दिखाई पड़ सकता है।