Devprayag: ऋषिकेश जाने का बना रहे हों प्लान, इस खास जगह को देखना ना भूलें
Devprayag News: देवभूमि उत्तराखंड के कण कण में आध्यात्मिकता की अनुभूति होती है. अगर आप एडवेंचर टूरिज्म के शौकीन हैं तो आपको बहुत कुछ करने के लिए है. मसलन आप ट्रैकिंग, रॉफ्टिंब, बंजी जंपिग कर सकते हैं. लेकिन हम यहां पर उस जगह के बारे में बताएंगे जिसके बारे में शायद आपको नहीं पता हो. वैसे तो पतित पावनी गंगा के नाम को सुना ही होगा. लेकिन क्या आपको पता है कि वह कौन सी जगह है जहां इस नदी को गंगा नाम मिलता है. अगर आपको नहीं पता तो कोई बात नहीं.
प्यारी सी जगह है देव प्रयाग
उत्तराखंड में प्यारी सी जगह देवप्रयाग है. इसी जगह पर एक तरफ से प्रचंड वेग से गंगा आती हैं तो दूसरी तरफ शांत स्वभाव वाली अलकनंदा. इन दोनों नदियों का संगम देवप्रयाग में होता है और आगे की तरफ यानी ऋषिकेश की तरफ नदी को नया नाम गंगा मिलता है.
ऐसे जा सकते हैं देव प्रयाग
अब आप सोच रहे होंगे कि इस खास जगह पर दिल्ली, मुंबई या कोलकाता से आना हो तो कैसे जाना होगा. पहले आपको ऋषिकेश जाना होगा. ऋषिकेश जाने के लिए सड़क और रेल मार्ग की सुविधा है. अगर आप एयर ट्रवेल करना चाहते हैं तो जौलीग्रांट हवाइअड्डे पर उतरना होगा. ऋषिकेश से देव प्रयाग की दूरी करीब 72 किमी है जिसे आप टू लेन सड़क के जरिए पूरी कर सकते हैं. देवप्रयाग छोटा सा कस्बा है जो एक नगर परिषद भी है.
देवप्रयाग में ये है खास जगह
देव प्रयाग में आप उस रघुनाथ मंदिर को देख सकते हैं, जहां मर्यादा पुरुषोत्तम राम ने रावण के वध के बाद पश्चाताप किया था. यही नहीं आप उस शिला का भी दर्शन कर सकेंगे जहां बजंरह बली ने अपनमे आराध्या को तप करते देखा था जिसे हनुमान शिला कहते हैं. यही नहीं हनुमान शिला के ठीक नीचे जब आप भागीरथी और अलकनंदा के संगम पर बढ़ेंगे तो भागीरथी नदी में वो जगह है जिसे भगवान विष्णु का नाभि माना जाता है और नाभि कुंड कहते हैं.
बस इतना करना होगा खर्च
अब आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि देव प्रयाग की यात्रा में खर्च कितना आएगा. अगर आप ऋषिकेश में रुके हों तो आपको देव प्रयाग तक आने जाने और खाने में खर्च करना होगा. अगर आप अकेले जा रहे हैं तो करीब एक हजार रुपए में आसानी से ट्रिप कर सकते हैं. कुल मिलाकर अगर आप देव प्रयाग जाएंगे तो कम से कम दो तरफ के फायदे होंगे पहला तो ये कि आप आध्यात्मिक जगह की यात्रा कर सकेंगे. दूसरी तरफ प्रकृति की गोद में कुछ पल चैन के साथ रह पाएंगे.
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